कोविड–19 ने पूरी दुनिया में जो संकट पैदा किया है उसने आबया–याला यानी लातिन अमरीकी लोगों को एक चैराहे पर लाकर खड़ा कर दिया है। व्यवस्था के सड़ने के बदतरीन इजहारों के खिलाफ जनता के संगठन प्रतिरोध के हिरावल हैं।

हम एक चैतरफा संकट से गुजर रहे हैं जिसने जीवन को उसके सभी रूपों समेत खतरे में डाल दिया है। कोविड–19 एक ऐसे समय में महामारी बना है जब पूँजीवादी संकट घनीभूत हो रहा था और आर्थिक ताकतें कॉर्पाेरेट लाभ दर बहाल करने के लिए मजदूर वर्ग को मजबूर करने की बार–बार कोशिश कर रही थीं। यह स्वास्थ्य प्रणालियों के कमजोर पड़ने, जीवन की परिस्थितियों के बिगड़ने और नव उदारवादी बदलाओं के चलते सार्वजनिक क्षेत्र के विनाश के साथ–साथ घटित हुआ है। विदेशी ऋण, अन्तरराष्ट्रीय संगठनों और सम्प्रभुता के खिलाफ साम्राज्यवाद के स्थायी उत्पीड़न से पीड़ित हम लोग बहुत गम्भीर परिणामों वाले एक परिदृश्य की ओर बढ़ रहे हैं।

एक ऐसे अमरीका में जहाँ हम ढाँचागत समायोजन और नयी साम्राज्यवादी नीतियाँ थोपे जाने की खिलाफत करते हैं और जहाँ हमारे लोगों को हाल के महीनों में बड़े– बड़े जन–विद्रोहों का पहला प्रत्यक्ष अनुभव हुआ है, वहाँ महामारी हमारे क्षेत्रों में सशस्त्र बलों की मौजूदगी को वैध ठहराने और मजदूर वर्ग की जीवन परिस्थितयों में गिरावट के साथ–साथ समायोजन के उपायों को लागू करने का भी एक बहाना बन गयी है। इसी तरह, इस संकट ने एक बार फिर महिलाओं और भिन्न यौनिक मत वालों के खिलाफ पितृसत्तात्मक हिंसा की क्रूरता और साथ ही साथ मूलनिवासियों और अफ्रीकी मूल के लोगों के ऐतिहासिक बहिष्कार को सामने ला दिया है, जो अत्यधिक भयावह परिस्थितयों में महामारी का सामना करने के लिए मजबूर कर दिये गये हैं।

 अपने लोगों की सर्वाेच्च परम्परा के अनुरूप हम जनता, मजदूरों, किसानों, मूलनिवासियों, नारीवादियों, अफ्रीकी–वंशजों, पिकेटेरस (सड़क पर बेरिकेड लगाकर प्रदर्शन करने वाले) और इलाकाई लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठन हैं। हम सभी अपने दिल, दिमाग और शरीर को तत्कालिक प्रतिक्रिया देने में और साथ ही ऐसी योजना तैयार करने में भी लगा रहे हैं जिससे इस संकट से बाहर निकलने का रास्ता पूँजीवादी सामान्य स्थिति में लौटने के बजाय एक बेहतर समाज की ओर ले जाये। यह तभी सम्भव होगा अगर हम व्यक्तियों के रूप में अपना सर्वश्रेष्ठ अर्पित करें। इस लड़ाई के दौरान हम जिन सामुदायिक सम्बन्धों तथा लोकप्रिय, प्रादेशिक और क्षेत्रीय एकता को बनाए रखेंगे, वे उस ताने–बाने का हिस्सा होंगे जो हमारे आबया–याला अमरीका के रूपान्तरण के क्षितिजों का निर्माण करेगा।

आवास की कमी का सामना करते हुए हम खाली जमीन पर कब्जा करते हैं और घरों का निर्माण करते हैं, काम की कमी का सामना करते हुए, हम सहकारी समितियों का गठन करते हैं, कारखानों को बहाल करते हैं तथा तालाबन्दी और छटनी से निपटते हैं, बॉस के हमले झेलते हुए हम काम करने की बेहतर परिस्थितियों के लिए लड़ते हैं, शिक्षा की कमी का सामना करते हुए हम स्कूल बनाते हैं, महिलाओं और भिन्न यौनिक मत वालों पर उत्पीड़न सहते हुए हम लोकप्रिय नारीवाद का निर्माण करते हैं, शोषण का सामना करते हुए हम जमीनी स्तर पर ट्रेड यूनियन संगठनों का निर्माण करते हैं तथा नौकरी की असुरक्षा के खिलाफ और उचित मजदूरी के लिए लड़ते हैं, जलवायु संकट का सामना करते हुए हम कृषि–पारिस्थितिकी विकसित करते हैं, एकफसली खेती और खाद्य एकाधिकार का सामना करते हुए खाद्य सम्प्रभुता और स्वायत्तता की गारंटी के लिए हम किसानों के कृषि–खाद्य– क्षेत्रों का निर्माण करते हैं, सैन्यीकरण, अर्धसैन्यवाद और मादक पदार्थों की तस्करी का सामना करते हुए हम स्थानापन्न संस्कृतियों और शान्ति के लिए लड़ते हैं। हमें मौत देनेवालों के खिलाफ हमारा विकल्प जीवन है।

सीमाओं को बन्द करने और विखण्डन की नीति के खिलाफ और विदेशी लोगों के प्रति ऊपर से थोपे गये द्वेष और नव–फासीवाद के खिलाफ हम महाद्वीपीय एकजुटता और लोगों की एकता के क्षितिज पर वापस आते हैं।

पूँजीपतियों की उन नीतियों का सामना करते हुए जिनका मकसद संकट को समायोजन के लिए एक आड़ के रूप में इस्तेमाल करना है, आइये हम क्षेत्रों की रक्षा, जीवन और सम्पत्ति के समाजीकरण के लिए अपने ऐतिहासिक संघर्षों को तेज और पुन: परिभाषित करें, आइये हम लोकप्रिय और सामुदायिक शक्ति का निर्माण करें।

इसलिए, हम सरकारों से माँग करते हैं और लोगों से कहते हैं––

1– कर्ज को नहीं, जीवन को प्राथमिकता दो। बाहरी ऋण के भुगतान से इनकार कर दो। हमें बाहरी ऋण की शुरू से अन्त तक जाँच (पूर्ण ऑडिट) करने और इन्हें मंसूख करने की जरूरत है। आईएमएफ और दूसरे लेनदारों का भुगतान करने के लिए स्वास्थ्य और अधिकारों पर खर्च में कंजूसी करना आपराधिक–कृत्य है। महामारी से निपटने के लिए स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा प्रणाली प्राथमिकता हैं। हमें लातिन अमरीकी देशों से धनी देशों की ओर आर्थिक रिसाव के स्थायी स्रोतों, अपनी लाभकारी सम्पत्ति तथा अपने बैंकों और विदेशी व्यापार के प्रबंधन को निश्चय ही दुबारा हासिल करना चाहिए। जनता के अधिकारों में बढ़ोतरी से उपजी आर्थिक सम्प्रभुता की नीति ही आर्थिक और वैश्विक संकट की गम्भीरता को कम कर सकती है, जिसे महसूस करना हमने शुरू कर दिया है।

2– असमानता के खिलाफ लड़ो। अमीरों पर, बैंकों के मुनाफों पर और पूँजी को बाहर ले जानेवालों के बड़े कारोबारों पर अत्याधिक कर लगाया जाना चाहिए। सरकारों को पक्के तौर पर बाजार से प्रेरित असमानताओं को खत्म करने की भूमिका निभानी चाहिए। आपातकालीन नीतियों में आवश्यक निवेश का इन्तजाम अकूत सम्पत्ति बटोरनेवालों पर चोट करके किया जाना चाहिए, न कि मजदूरों के वेतन को कम करके। बड़े निगमों की उत्पादन श्रृंखलाओं को निश्चय ही उस उत्पादन की ओर मोड़ देना चाहिए जो कोरोना वायरस का मुकाबला करने के लिए और साथ ही कुपोषण, डेंगू बुखार, नींद की बीमारी (चगास रोग) और तपेदिक जैसे रोगों की ओर भी आवश्यक है, जिन पर राज्य ध्यान नहीं देते हैं।

3– सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणालियों को तत्काल मजबूत करो: सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली में तत्काल और प्राथमिक रूप से निवेश, निजी स्वास्थ्य सेवाओं का राष्ट्रीयकरण और महामारी को रोकने के लिए राज्य के उपायों को मजबूत करो। महामारी ने सार्वभौमिक स्वास्थ्य सेवाओं के सार्वजनिक प्रचार को मजबूत करने और सभी के लिए इनके अनिवार्य होने की पुष्टि की है। सरकारों को इस संकट को दूर करने के लिए मजदूरों की भागीदारी और नियंत्रण के साथ सभी आवश्यक वस्तुओं के उत्पादन और प्रशासन पर नियंत्रण रखना चाहिए। मानवीय समस्याओं को हल करने के लिए जरूरी अनुसंधानों और वैज्ञानिक अनुप्रयोगों को पूरी तरह से विकसित करने के लिए दवाओं पर पेटेंट प्रणाली को समाप्त करना चाहिए। मौलिक और पारम्परिक चिकित्सा को मान्यता देनी चाहिए।

4– सुनिश्चित करें कि हर काम मजदूर को पूरे अधिकारों का हक दे। सभी के लिए एक सार्वभौमिक आय की गारंटी हो, बर्खास्तगी और निलम्बन पर प्रतिबंध लगे। श्रमिकों के अधिकारों को मान्यता देना आवश्यक है ताकि वे एक गरिमामय एकान्तवास में रह सकें। इस तात्कालिक आवश्कता को रोजगार की असुरक्षा के जारी रहने का बहाना न बनने दें। कम्पनियों की तालाबन्दी न हो। राज्य को श्रमिकों द्वारा कम्पनियों को कब्जे में लेने और उन्हें दुबारा शुरू करने का समर्थन करना चाहिए।

5– आवास और गरिमापूर्ण जीवन को एक सामाजिक अधिकार के रूप में उभारें, गारंटीशुदा बुनियादी सेवाओं और एक स्वस्थ परिवेश के साथ ही किसी छत के नीचे एकान्तवास हासिल किया जा सकता है। बेदखली, किरायों और सेवाओं का भुगतान निलम्बित किया जाना चाहिए, आवास नीतियाँ एक व्यापक शहरी सुधार की ओर उन्मुख हों, जो सभी कामकाजी परिवारों के लिए सभ्य परिवेश में आवास की गारंटी देती हों। पानी, बिजली और गैस के लिए सार्वभौमिक पहुँच और मजदूर–वर्ग के परिवेश में सुधार हो: महामारी के खिलाफ तब तक कोई संघर्ष नहीं किया जा सकता जब तक कि सभी निवासियों के घर, पड़ोस या समुदाय में पीने का पानी, गैस और बिजली न हो। कोई घर खाली न हो, कोई भी व्यक्ति बेघर न हो। बेघर आबादी और अस्थायी आश्रयों की लिए खाली जमीनों और भवनों का अधिग्रहण किया जाये।

6– भूख के खिलाफ संघर्ष करो और सबको भोजन की गारंटी करो। सहकारी, सामुदायिक और परिवार–आधारित कृषि–पारिस्थितिकी खेती के वित्तपोषण को प्राथमिकता दो, जिससे वे आबादी, कैंटीन, पिकनिक क्षेत्रों और सामुदायिक रसोई की खाद्य आपूर्ति में एक प्रमुख भूमिका निभा सकें। अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने और आपूर्ति संकट से बचने के साधन के रूप में भोजन आपूर्ति में प्रगति की आवश्यकता है। विनियमित और कर–मुक्त कीमतों के साथ एक बुनियादी खाद्य जरूरतों की गारंटी दो। सुपरमार्केट और बिचैलियों द्वारा कीमतों पर सट्टेबाजी और एकाधिकार के खिलाफ प्रतिबंधों की माँग करो। किसानों का ऋण मंसूख करो, उत्पादक भूमि का पुनर्वितरण करो और राज्य द्वारा वित्तपोषित सुरक्षा प्रणालियों और कृषि–पारिस्थितिकी बस्तियों की स्थापना करो।

7– प्रकृति को माल बनाए जाने के खिलाफ, अपनी साझी वस्तुओं जैसे पानी, गैस, तेल, भूमि, लाभकारी सम्पत्ति पर स्वायत्ता को फिर से हासिल करो, जो स्थानीय सरकारों और उद्यमियों की मिलीभगत से आर्थिक पिशाचों द्वारा छीन ली गयी है। मूलनिवासियों के क्षेत्रों के लिए पूर्ण सम्मान की तथा आर्थिक शोषण वाले मॉडल पर पुनर्विचार की माँग करो। प्राकृतिक संसाधनों के दोहन के लिए धरती माँ और इस पर वास करने वाले लोगों का सम्मान करो।

8– आदिवासियों, मूलनिवासियों और अफ्रीकी राष्ट्रीयताओं के लोगों के क्षेत्रों के लिए सम्प्रभुता की गारंटी के साथ–साथ स्वास्थ्य सुरक्षा और मानवीय सहायता को मजबूत करो, विशेष रूप से जिनके निवास स्थान अमेजन जैसे महत्त्वपूर्ण पारिस्थितिक तंत्र में हैं, जिनके लिए महामारी के खतरे का अर्थ नस्ल–विनाश हो सकता है। मूलनिवासियों और अफ्रीकी लोगों के जीवन के क्षेत्रीय और सांस्कृतिक अस्तित्व के लिए स्वशासन प्रणाली को मजबूत करो। मूलनिवासियों की सम्प्रभुता का उल्लंघन करने वाली गतिविधियों और बेदखलियों पर रोक लगाओ।

9– पुरुष हिंसा से निपटने के लिए वास्तविक नीतियाँ बनाओ। सामाजिक एकान्तवास के उपायों से घरेलू हिंसा और महिलाओं के खिलाफ दूसरे किस्म की हिंसा बढ़ सकती है। समलिंगी और विपरीतलिंगी, दोनों तरह की महिलाओं के लिए महिलाओं के खिलाफ हिंसा का मुकाबला करने में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग पर्याप्त नहीं है। इसे रोका जाना और खत्म किया जाना चाहिए। भ्रुणहत्या और लिंग परीक्षण पर रोक के लिए बजट जारी करो। हिंसा की स्थितियों में लोगों के लिए आश्रय और बचे लोगों को विशेष आर्थिक सहायता दो। महिलाओं और भिन्न यौनिक मत वालों के लिए रोजगार और शिक्षा की योजना बनाओ।

10– दमन नहीं, इसकी और ज्यादा रोकथाम करो: कई सरकारों ने दमन और निगरानी के उपायों को तेज करने के लिए और अति गरीबों, समुदाय के नेताओं, मानवाधिकार रक्षकों और धरती माँ के रक्षकों की हिरासत बढ़ाने के लिए कोरोना वायरस के सन्दर्भ का उपयोग किया है। एक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या के तौर पर यह जेल की आबादी को कम करने का समय है। खुद प्राधिकारियों और उन सामुदायिक रक्षकों को भी उन्नत करने की आवश्यकता है जो पैतृक प्रदेशों की देखभाल करते हैं और संरक्षित जीवन की देख–रेख करने वाला एक प्रभावी सामुदायिक निकाय हैं।

11– साम्राज्यवादी राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य हस्तक्षेप को नकार दो: हम स्पष्ट रूप से यांकी साम्राज्यवाद और उसके सहयोगियों द्वारा वेनेजुएला में सैन्य हस्तक्षेप के बहाने के रूप में संकट का इस्तेमाल करने को, कोलम्बिया में मूलनिवासी और लोकप्रिय नेताओं की लगातार हत्याओं को, बोलीविया और होण्डुरास में विद्रोही ताकतों तथा चिली में पिनेरा की गैर लोकतांत्रिक सरकार के भयंकर दमन को, मूलनिवासी और किसान क्षेत्रों में निष्कर्षण परियोजनाओं के विस्तार को अस्वीकार करते हैं। हम क्यूबा और वेनेजुएला के खिलाफ प्रतिबंध हटाने की माँग करते हैं।

12– अन्तरराष्ट्रीयतावादी मानवतावादी सहायता पेश करो: हम सरकारों से अनुरोध करते हैं कि वे क्यूबा और दूसरे देशों से मानवतावादी सहायता लें, जिनके पास महामारी के खिलाफ लड़ाई का तकनीकी अनुभव है और जो उन शहरों में कोविड–19 महामारी को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं जहाँ महामारी फैल गयी है। जैसे गुआयाकिल और साओ पाउलो।

मुट्ठीभर लोगों के धन के खिलाफ, लोगों की सम्प्रभुता के लिए! जीवन के लिए! आईएमएफ के लिए नहीं!

लातिन अमरीका के लोगों का संघर्ष जारी है––

अन्तरराष्ट्रीयतावादी एकजुटता!

अनुवाद–– प्रवीण