अनियतकालीन बुलेटिन

वर्गीकृत

कॉपीराइट © देश-विदेश पत्रिका. सर्वाधिकार सुरक्षित

अंक 42, फरवरी 2023

संपादकीय

जोशीमठ की तबाही : अन्धाधुन्ध विकास और पर्यावरण विनाश का भयावह परिणाम

 उत्तराखण्ड का बेहद खूबसूरत पर्यटन केन्द्र तथा बदरीनाथ, हेमकुण्ड, फूलों की घाटी और औली जैसे प्रमुख प्राकृतिक और धार्मिक स्थलों का प्रवेशद्वार, जोशीमठ के लिए नया साल 2023 भारी तबाही लेकर आया। 2 जनवरी की रात वहाँ के निवासियों की नींद तेज धमाकों से खुली, और उनका सामना घर की दीवारों और फर्श में दरार...

आगे पढ़ें

देश विदेश के इस अंक में

राजनीतिक अर्थशास्त्र

डॉलर के वर्चस्व से मुक्ति का रास्ता सऊदी अरब से होकर जायेगा

–– विजय प्रसाद 9 दिसम्बर 2022 को सऊदी अरब के रियाद में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने खाड़ी देशों और चीन के बीच सम्बन्धों को मजबूत करने के बारे में बातचीत के लिए खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के नेताओं से मुलाकात की। ‘कच्चे तेल को लगातार और बड़ी मात्रा में जीसीसी… आगे पढ़ें

डॉलर महाप्रभु का दुनिया पर वर्चस्व

 | 

डॉलर की तुलना में रुपये की कीमत तेजी से गिरती जा रही है। एक डॉलर 83 रुपये के बराबर हो गया। देश के आर्थिक विशेषज्ञों ने ही नहीं, जनता ने भी इस पर चिन्ता व्यक्त की। संसद में भी सवाल उठा लेकिन वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में यह कहकर कि रुपया कमजोर नहीं हो रहा है बल्कि डॉलर… आगे पढ़ें

नवउदारवादी दौर में मजदूर वर्ग

 | 

एक नवउदारवादी शासन मजदूर वर्ग के खिलाफ वर्ग शक्ति सन्तुलन में एक सहज बदलाव को हर जगह लाजमी बना देता है। ऐसा कई कारणों से होता है। पहला, चूँकि पूरी दुनिया में पूँजी को एक देश के मजदूर वर्ग को दूसरे देश के मजदूर वर्ग के खिलाफ खड़ा करने का अवसर मिल जाता है। अगर एक देश के मजदूर हड़ताल… आगे पढ़ें

मोदी सरकार की सरपरस्ती में कोयला कारोबार पर अडानी का कब्जा

 | 

पिछले साल 9 दिसम्बर को ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने अडानी के कोयला कारोबार से सम्बन्धित एक विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक की। इस रिपोर्ट के लिए ‘वाशिंगटन पोस्ट’ के पत्रकारों नें भारत, ऑस्ट्रेलिया समेत बांग्लादेश सरकार के 2 दर्जन से ज्यादा अधिकारियों के साक्षात्कार… आगे पढ़ें

हिंडनबर्ग रिपोर्ट से अडानी के कारोबार में भूचाल

 | 

24 जनवरी 2023 को अमरीका की हिंडनबर्ग रिसर्च कम्पनी ने अडानी समूह की कम्पनियों पर एक रिपोर्ट जारी की। इसमें आरोप लगाया गया कि अडानी समूह शेल कम्पनियाँ बनाकर स्टॉक्स में हेरफेर, हिसाब–किताब में धोखाधड़ी और काले धन को वैध बनाने (मनी लौंड्रिंग) के गैर–कानूनी कामों में… आगे पढ़ें

राजनीति

प्रशासन बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के ठेके पर

 | 

“अपने खर्च पर हैं कैद, लोग तेरे राज में” मई 2014 में सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री मोदी ने “मिनिमम गवर्नमेंट, मैक्सिमम गवर्नेंस” का नारा दिया था। चुनाव जीतने के बाद उन्होंने अपने बहुत से नारों और वादों को जुमला कहकर उनसे पल्ला झाड़ लिया, लेकिन गवर्नेंस… आगे पढ़ें

साहित्य

अव्यवसायिक अभिनय पर दो निबन्ध –– बर्तोल्त ब्रेख्त

(1) सर्वहारा अभिनेता के बारे में एक–दो बातें         सर्वहारा अभिनेता के बारे में सबसे पहले जो बात प्रभावित करती है वह है उसके नाटक खेलने की सादगी। सर्वहारा अभिनेता से मेरा मतलब न तो सर्वहारा मूल के बुर्जुआ थिएटर के अभिनेता से है और न ही बुर्जुआ… आगे पढ़ें

कहानी

माटी वाली

–– विद्यासागर नौटियाल शहर के सेमल का तप्पड़ मोहल्ले की ओर बने आखिरी घर की खोली में पहुँचकर उसने दोनों हाथों की मदद से अपने सिर पर धरा बोझा नीचे उतारा। मिट्टी से भरा एक कनस्तर। माटी वाली। टिहरी शहर में शायद ऐसा कोई घर नहीं होगा जिसे वह न जानती हो या जहाँ उसे न जानते… आगे पढ़ें

पर्यावरण

कोप–27 जलवायु संकट सम्मेलन

 | 

(जलवायु परिवर्तन से निपटनेे में पूँजीवादी व्यवस्था एक बार फिर असफल) सम्मेलन का मेजबान मिस्र का तानाशाह अब्देल फतह अल–सिसी ही क्यों  ? जलवायु परिवर्तन पर 27 वीं वार्ता (कोप–27) मिस्र देश के प्रसिद्ध प्रायद्वीप माउंट सिनाई और लाल सागर के बीच स्थित शर्म–अल–शेख… आगे पढ़ें

हवा में जहर कौन घोल रहा है ?

 | 

प्रदूषण में अव्वल और हमेशा सुर्खियों में रहने वाली राजधानी दिल्ली, हर साल की तरह इस साल भी दुनियाभर में सबसे प्रदूषित शहर बनी रही। यह खुलासा हाल में प्रकाशित ‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर रिपोर्ट’ में किया गया है। इसके साथ कलकत्ता दूसरे और मुम्बई चैदहवे स्थान पर हैं। जनवरी… आगे पढ़ें

‘स्वच्छ भारत’ में दुनिया की सबसे जहरीली हवा

 | 

2014 में सत्ता सम्हालने के बाद मोदी सरकार ने “स्वच्छ भारत अभियान” और “स्मार्ट सिटी” बनाने का जबरदस्त प्रचार किया था। प्रचार की हालत यह थी कि प्रधानमंत्री से लेकर गली–मोहल्लों का वार्ड मेम्बर तक स्वच्छता सन्देश पर भाषण देते नजर आ रहे थे। ऐसा लग रहा… आगे पढ़ें

विचार-विमर्श

गैर संचारी रोगों के बारे में डब्ल्यूएचओ की चेतावनी और भारत

 | 

अक्टूबर 2022 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने गैर संचारी रोगों से होने वाली असमय मृत्यु के बारे में एक रिपोर्ट जारी की है। इसमंे खासतौर पर निम्न और मध्यम आय वाले देशों की सरकारों को इस तरह की मौत में तेज बढ़ोतरी पर चेतावनी दी गयी है। गैर संचारी रोगों से दुनिया मंे हर दो सेकण्ड में… आगे पढ़ें

ढोंग–पाखण्ड का जयकारा

 | 

बाबाओं की सबसे ज्यादा शक्तियाँ और चमत्कार भारत में ही पाये जाते हैं। लेकिन मजेदार बात यह है कि इनकी इतनी शक्तियों और चमत्कारों के बावजूद भारत, विश्व में सैकड़ों सालों से गुलाम रहे देशों में तीसरी दुनिया का देश कहलाता है। गरीबी, गन्दगी, अनुशासनहीनता, लालच, भ्रष्टाचार, अंधभक्ति… आगे पढ़ें

अन्तरराष्ट्रीय

पेरू में तख्तापलट

 | 

सम्पदा है जहाँ, अमरीका की गन्दी चाल है वहाँ––– 7 दिसम्बर, 2022 को अमरीका ने पेरू में चुनी हुई सरकार का तख्तापलट करवा दिया। 2021 में लोकतांत्रिक प्रक्रिया से चुने गये राष्ट्रपति पेद्रो कास्तियो को उनके राष्ट्रपति भवन से गिरफ्तार करके 18 महीने की पुलिस हिरासत… आगे पढ़ें

भोजन, खेती और अफ्रीका : बिल गेट्स को एक खुला खत

दुनियाभर में खाद्य सम्प्रभुता और न्याय पर केन्द्रित हमारे 50 संगठन चाहते हैं कि आप जानें कि अफ्रीकी किसानों और संगठनों द्वारा व्यावहारिक समाधानों और नयी खोजों की कोई कमी नहीं है। हम आपको थोड़ा पीछे हटकर सोचने और जमीन पर मौजूद लोगों से सीखने के लिए आमन्त्रित करते हैं। ––… आगे पढ़ें

रूस–यूक्रेन युद्ध की ताजा स्थिति

 | 

24 फरवरी, 2022 को रूस और यूक्रेन के बीच इसलिए युद्ध छिड़ गया क्योंकि अमरीका और नाटो की घेरेबन्दी से चिन्तित रूस ने यूक्रेन पर हमला कर दिया था। इस युद्ध को शुरू हुए लगभग एक साल हो गये हैं। इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से यूरोपीय महाद्वीप का सबसे बड़ा सैन्य संघर्ष माना जा रहा… आगे पढ़ें

समाचार-विचार

जन जन तक जुआ, घर घर तक जुआ

 | 

आज हमारा देश एक विराट जुआघर में तब्दील हो चुका है। यहाँ खुलेआम लोगों को जुआ खेलने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके चलते भारत में 36 करोड़ लोग रजिस्टर्ड जुआरी हैं। ये केवल ऐसे लोग हैं जो मोबाइल में गेमिंग एप के जरिये जुआ खेलते हैं। इनकी हर निजी जानकारी कम्पनियों के पास है। खेलने… आगे पढ़ें

जहरीली शराब से मरते लोग और सरकार के कुबोल

 | 

पिछले साल दिसम्बर में बिहार के छपरा जिले में जहरीली शराब पीने से 77 से ज्यादा लोगों की जान चली गयी, 29 लोग अन्धे हो गये। इनमें से लगभग सभी दिहाडी मजदूर हैं। इससे पहले अगस्त में मन्दौर, मकेर और पानापुर तहसीलों में जहरीली शराब पीने से 23 लोगों की मौत हुई थी। इनमें भी सभी गरीब… आगे पढ़ें

भुखमारी और कुपोषण से जूझती विशाल आबादी

 | 

अक्टूबर 2022 में आयी वैश्विक भुखमरी सूचकांक (जीएचआई) की रिपोर्ट बताती है कि भुखमरी के मामले में भारत एक सौ इक्कीस देशों की सूची में एक सौ सातवें स्थान पर है। भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका चैसठ, नेपाल इक्यासी, बांग्लादेश चैरासी और पाकिस्तान तिरानवे नम्बर पर हैं। यह रिपोर्ट बताती… आगे पढ़ें

मच्छु नदी की गहराई में अभी भी दबे है सैकड़ों सवाल ?

 | 

बीते साल देश में इमारतों और पुलों के गिरने के कई हादसे हुए, जहाँ मलबे में सैकड़ों गाड़ियाँ, ठेले, रिक्शे दब गये, वहीं सैकड़ों मासूमों को अपनी जिन्दगियाँ गँवानी पड़ी। कुछ हादसे ऐसे भी रहे जिनके मलबे में भारतीय राजनीति और उसकी प्रशासनिक संस्थाएँ दम तोड़ती हुई नजर आयीं। ऐसी ही एक घटना… आगे पढ़ें

मन्दी की आहट के बीच बहुराष्ट्रीय कम्पनियों के कर्मचारियों की छँटनी

 | 

दुनियाभर की बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ तेजी से कर्मचारियों की छँटनी कर रही हैं। पिछले साल जुलाई से लेकर दिसम्बर तक अमेजन ने लगभग 18,000 कर्मचारियों की छँटनी की। माइक्रोसॉफ्ट ने सिर्फ 18 जनवरी 2023 को 10,000 कर्मचारियों को काम से निकाला, मेटा ने जनवरी 2023 को 10,000 कर्मचारियों को… आगे पढ़ें

विझिन्जम बन्दरगाह : अडानी हित सर्वाेपरि

 | 

केरल की राजधानी तिरुअनन्तपुरम के विझिन्जम में अडानी ग्रुप भारत का सबसे बड़ा ट्रांसशिपिंग पोर्ट (बन्दरगाह) बना रहा है। इस बन्दरगाह के निर्माण के लिए हजारों मछुआरों की जीविका और घर उजाड़े जा रहे हैं। अपनी आजीविका और घरों को बचाने के लिए यहाँ रहने वाले मछुआरों के 1000 परिवारों ने… आगे पढ़ें

साल–दर–साल पत्रकारों की बढ़ती हत्याएँ

 | 

हाल ही में ‘कमिटी अगेंस्ट असाल्ट ऑन जर्नलिस्ट’ (सीएएजे) नामक संस्था ने पूरी दुनिया में पत्रकारों की बढ़ती हत्याओं पर एक रिपोर्ट सार्वजनिक की है। सीएएजे स्वतंत्र पत्रकारों का एक समूह है जो लम्बे समय से पत्रकारों पर सत्ता पक्ष की तरफ से हो रहे हमलों के खिलाफ आवाज उठा… आगे पढ़ें

‘नयी शिक्षा नीति’ : वंचित समुदायों को शिक्षा से दूर करने की साजिश

 | 

बीते 8 दिसम्बर 2022 को अल्पसंख्यक मामलों की मंत्री स्मृति ईरानी ने ‘मौलाना आजाद राष्ट्रीय छात्रवृत्ति’ को बन्द करने की घोषणा की। यह छात्रवृत्ति आर्थिक रूप से कमजोर अल्पसंख्यक समुदायों के छात्र–छात्राओं को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के अन्तर्गत आने वाले… आगे पढ़ें