अनियतकालीन बुलेटिन

वर्गीकृत

कॉपीराइट © देश-विदेश पत्रिका. सर्वाधिकार सुरक्षित

अंक 33, अक्टूबर 2019

संपादकीय

पूँजी के हिमायती हैं नवउदारवादी दौर के मौजूदा शासक

भाजपा महासचिव और आरएसएस के प्रचारक राम माधव ने ‘भारत कैसे हुआ मोदीमय’ पुस्तक के विमोचन के मौके पर कहा कि वैश्विक राजनीति में बदलाव का दौर चल रहा है क्योंकि यह “निर्णय लेने वाले नेतृत्व” का युग है, जिसमें लोगों की भलाई के लिए काम शुरू हो सका है और भारत में भी प्रधानमंत्री...

आगे पढ़ें

देश विदेश के इस अंक में

सामाजिक-सांस्कृतिक

साम्राज्यवादी संस्कृति

 | 

भारत में 1991 से वैश्वीकरण की जो आँधी चलायी गयी, इसने देश की अर्थव्यवस्था के साथ–साथ सांस्कृतिक जीवन पर भी गहरा असर डाला। यहाँ के खान–पान, रहन–सहन, आदतों और पहनावों में व्यापक बदलाव आया। यहाँ तक कि भाषा भी अछूती नहीं रही। पहली बार लोगों को पता चला कि ब्रिटिश… आगे पढ़ें

राजनीतिक अर्थशास्त्र

अमीर लोग सम्पदा के स्रष्टा हैं!

 | 

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर से भाषण देते हुए हमारे देश के प्रधानमंत्री ने देश के आर्थिक संकट से जूझने के लिए अमीरों को हताशा के माहौल से उबारना जरूरी समझा। तमाम अमीरों को बैंकों की बदहाली के लिए गाली न देकर सम्पदाओं का स्रष्टा कहकर उनकी प्रशंसा की। उन्होंने… आगे पढ़ें

राजनीति

कश्मीर निश्चित तौर पर बोलेगा

 | 

जम्मू–कश्मीर से धारा 370 खत्म करने के बाद यह लेख अरुंधति रॉय ने न्यूयॉर्क टाइम्स के लिए लिखा था। भारत ब्रिटिश साम्राज्य से आजादी की 73वीं वर्षगांठ मना रहा है और राजधानी दिल्ली के ट्रैफिक भरे चैराहों पर चिथड़ों में लिपटे नन्हे बच्चे राष्ट्रीय ध्वज और कुछ अन्य स्मृति चिन्ह… आगे पढ़ें

कॉरपोरेट–हिन्दुत्व गँठजोड़ को कैसे समझें

 | 

उपनिवेशवाद–विरोधी राष्ट्रवाद के विपरीत हिन्दुत्व “राष्ट्रवाद” अर्थशास्त्र को नहीं समझता है। वजह साफ है। उपनिवेशवाद विरोधी राष्ट्रवाद के केन्द्र में औपनिवेशिक शोषण की समझ थी। यही कारण है कि यह सभी पिछले शासकों और औपनिवेशिक शासकों के बीच अन्तर को समझता था––… आगे पढ़ें

यूएपीए : किसी व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने वाला काला कानून

 | 

नया यूएपीए कानून सरकार को अभूतपूर्व शक्तियाँ देने वाला है, जो उसकी ताकत के साथ ही उसकी जवाबदेही भी बढ़ाता है। क्या सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं को ‘भले ही वे अमित शाह की तरह नैतिक रूप से ईमानदार लोकतंत्रतवादी ही क्यों न हों’, ‘जिनका कानून के शासन का सम्मान… आगे पढ़ें

वन नेशन नो इलेक्शन

 | 

हाल ही में बहुत अधिक बहस हुई है – मेरी राय में पूरी तरह से गुमराह – वन नेशन, वन इलेक्शन के इस सुपर आइडिया पर। इस कॉलम के नियमित पाठकों को पता होगा कि मैं “गुमराह” जैसे शब्दों का हल्के ढंग से इस्तेमाल नहीं करता। इसलिए जब मैं कहता हूँ कि “गुमराह”,… आगे पढ़ें

साहित्य

असरार उल हक ‘मजाज’ : ए गमे दिल क्या करूँ

 | 

(जन्म 19 अक्टूबर 1911 – निधन 5 दिसंबर 1955) मजाज का कवि व्यक्तित्व फूल और आग का मिश्रण है। इस मिश्रण में फूल अधिक हैं, जो दुनिया को मिले, लेकिन आग ने मजाज के दिल में ही घर बनाया और उसने सिर्फ मजाज को ही जलाया। ‘हुस्न–ओ–इक’ नज्म में वह लिखते हैं… आगे पढ़ें

राहुल सांकृत्यायन का विकासमान व्यक्तित्व

 | 

देश–दुनिया के वर्तमान दौर में राहुल सांकृत्यायन, लेनिन के बहुत करीब लगते हैं। दोनों का व्यक्तित्व विकासमान है। दोनों अपनी रचनाओं से अपने–अपने देश को बदलने का बीड़ा उठाते हैं। “लेनिन” पुस्तक में राहुल जी ने लिखा है–– “इतिहास में ऐसा अन्य… आगे पढ़ें

व्यंग्य

वे ईमान और न्याय क्या धर्म तक बेच देते हैं!

 | 

जिनके पास बेचने का अधिकार होता है, वे सबकुछ, सबकुछ, सबकुछ बेच देते हैं। हवा बेच देते हैं, पानी बेच देते हैं, धरती बेच देते हैं, जंगल बेच देते हैं, नमी बेच देते हैं, धूप–छाँव बेच देते हैं, हड्डियाँ और राख तक बेच देते हैं। ईमान–धर्म और न्याय की तो बात ही क्या, शान्ति… आगे पढ़ें

साक्षात्कार

कश्मीरी पण्डित घाटी के अपने मुसलमान भाइयों के बीच  सुरक्षित हैं : पूर्व वाइस मार्शल कपिल काक

 | 

एजाज अशरफ : आप सहित छह लोगों ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है जबकि अधिकांश कश्मीरी पण्डितों ने जम्मू कश्मीर के संवैधानिक दर्जे पर किये गये बदलाव का समर्थन किया है। एक कश्मीरी पण्डित होने के नाते इसे आपने ऐसा क्यों किया? कपिल काक… आगे पढ़ें

फैज अहमद फैज के नजरिये से कश्मीर समस्या का हल

(मशहूर शायर फैज अहमद फैज का कश्मीर से गहरा नाता रहा है। 1941 में जब उन्होंने एक अंग्रेज महिला ऐलिस जॉर्ज से शादी की तो शेख मुहम्मद अब्दुल्लाह ने श्रीनगर में उनका निकाहनामा पढ़ा। निकाहनामे पर बतौर गवाह जी एम सादिक, बक्शी गुलाम मुहम्मद और डॉक्टर नूर हसन ने दस्तखत किये। श्रीनगर… आगे पढ़ें

“चे ग्वेरा शानदार पिता और पति थे”, बेटी एलीडा ग्वेरा मार्च से बातचीत

 | 

क्यूबा के नये संविधान को देश की 86 प्रतिशत से अधिक आबादी ने समर्थन दिया है। एलीडा ग्वेरा मार्च क्यूबा क्रान्ति के नेता चे ग्वेरा की बेटी हैं जो पिता द्वारा स्थापित समाजवाद और वर्तमान समय के पूँजीवादी प्रवाह में भी क्यूबा में इसके प्रासंगिक बने रहने को जनता का निर्णय और सरकार… आगे पढ़ें

पर्यावरण

अमेजन के जंगलों में भयावह आग

 | 

इन दिनों अमेजन वर्षावन धूँ–धूँ कर जल रहा है, यह आग बीते 15 अगस्त से ब्राजील के 9500 से अधिक नये जंगलों को राख में तब्दील करती जा रही है। हालत भयावह है और अमेजन घाटी से सटे हुए जंगल बहुत तेजी से आग के हवाले हो रहे हैं। जिसने बहुत ही कम समय में लाखों पेड़ों को जलाकर राख कर… आगे पढ़ें

विचार-विमर्श

एजाज अहमद से बातचीत : “राजसत्ता पर अन्दर से कब्जा हुआ है”

 | 

प्रस्तुत साक्षात्कार के एक बड़े भाग का सम्बन्ध हिन्दुत्व की साम्प्रदायिकता, फासीवाद, धर्मनिरपेक्षता और भारतीय सन्दर्भ में वामपंथ के लिए मौजूद सम्भावनाओं से है। दूसरे हिस्सों में वे वैश्वीकरण, वामपंथ के लिए वैश्विक सम्भावनाओं, अन्तोनियो ग्राम्शी के विचारों के उपयोग और दुरुपयोग… आगे पढ़ें

अन्तरराष्ट्रीय

अमरीका–तालिबान वार्ता में गतिरोध

 | 

अमरीका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने तालिबान के साथ कैम्प डेविड में 9 सितम्बर को होने वाली शान्ति वार्ता को रद्द कर दिया था। डोनाल्ड ट्रम्प ने यह फैसला काबुल में होने वाले हमले के बाद लिया था जिसमें एक अमरीकी सैनिक सहित कुल 12 लोग मारे गये थे। 9 सितम्बर को होने वाली इस शान्ति वार्ता… आगे पढ़ें

भारत–इजराइल साझेदारी को मिली एक वैचारिक कड़ी 

–– अनुपमा कटकम  26 अगस्त, 2019 को, इण्डो–इजरायल फ्रेण्डशिप एसोसिएशन नामक एक अल्प–ज्ञात संगठन ने मुम्बई विश्वविद्यालय में यहूदीवाद और हिन्दुत्व पर एक बातचीत की मेजबानी की। मुख्य वक्ता डॉ– सुब्रमण्यम स्वामी थे, जो राज्यसभा सदस्य हैं और गदी ताउब,… आगे पढ़ें

सऊदी अरब के तेल संस्थानों पर हमला: पश्चिमी एशिया में अमरीकी साम्राज्यवाद के पतन का संकेत

 | 

14 सितम्बर को सऊदी अरब के दो सबसे बडे़ तेल संस्थानों, अबकैक तेल शोधन संयंत्र और खुरैश तेल क्षेत्र पर ड्रोन विमानों और क्रूज मिसाइलों से जबरदस्त और सटीक हमला हुआ। इससे सऊदी अरब का 50 प्रतिशत से ज्यादा तेल उत्पादन ठप्प हो गया। नतीजतन दो दिन में ही दुनिया में कच्चे तेल की कीमतों… आगे पढ़ें

समाचार-विचार

आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष की असलियत

 | 

अमरीका के दक्षिणपंथी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ह्यूस्टन में जैसे ही यह वक्तव्य दिया कि हम इस्लामिक आतंकवाद से मिलकर लड़ेंगे, भारत की भगवा मण्डली गदगद हो उठी। इसी के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने माना कि तालिबान को उनकी जासूसी संस्था आईएसआई और उनकी सेना ने सैन्य… आगे पढ़ें

खुले में शौच के चलते दो बच्चों की हत्या और आँकड़ों की बाजीगरी

 | 

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में खुले में शौच के चलते दो बच्चों की पीट–पीटकर हत्या कर दी गयी। इससे स्वच्छ भारत अभियान की कलई खुल गयी। अपराधी व्यक्ति को निश्चित रूप से सजा मिलनी चाहिए, लेकिन इस घटना ने व्यवस्था के ऊपर ढेरों सवालों को जन्म दे दिया है। इंडिया टुडे को दिये… आगे पढ़ें

देशभक्ति क्या है?

 | 

राष्ट्रवाद या देश प्रेम एक ऐसा विमर्श है जो आजकल सार्वजनिक चर्चा में है। केन्द्र में सरकार चला रही भाजपा के नेता और कार्यकर्ता अपने को सर्वाधिक राष्ट्रभक्त बताने में हमेशा आगे रहते हैं। सर्वप्रथम हम एक बात स्पष्ट कर दें कि राष्ट्र की पहचान अगर सीमाओं से होती है तो दूसरा महत्त्वपूर्ण… आगे पढ़ें

बलात्कार के आरोपी को बचाने की कवायद

 | 

24 अगस्त को शाहजहाँपुर के लॉ कॉलिज की छात्रा ने फेसबुक पर एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें लड़की ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता स्वामी चिन्मयानन्द पर यौन शोषण का आरोप लगाया। चिन्मयानन्द उर्फ कृष्णपाल सिंह भाजपा से तीन बार सांसद व एक बार अटल बिहारी सरकार में गृह राज्य मंत्री… आगे पढ़ें

बढ़ते विदेशी मरीज, घटते डॉक्टर

पर्यटन मंत्रालय के अनुसार भारत में इलाज के लिए आनेवाले विदेशी यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। 2015 में 2–34 लाख यात्री इलाज के लिए भारत आये और 2017 में 4–95 लाख। इलाज के लिए विदेश जाने को मेडिकल टूरिज्म कहते हैं। अमरीका दुनियाभर में मेडिकल टूरिज्म की पहली… आगे पढ़ें

राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग–– विधेयक 2019

 | 

22 जुलाई 2019 को केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने पुराने भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) की जगह राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग के गठन के लिए विधेयक 2019 लोकसभा में पेश किया। इस विधेयक का उद्देश्य 63 साल पुराने एमसीआई को भंग करके इस नये विधेयक को लागू करना था। 1 अगस्त 2019… आगे पढ़ें

वित्तीय कम्पनियों का मकड़जाल

 | 

पिछले 20 सालों में बहुत छोटे–छोटे कर्ज का कारोबार यानी माइक्रोफाइनेंस में 40 फीसदी सालाना की दर से बढ़त हुई है। माइक्रोफाइनेंस के जरिये आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की खुशहाली बढ़ाने के लिए 2006 में बांग्लादेशी प्रोफेसर युनूस को नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। प्रोफेसर… आगे पढ़ें

सरकार को सच पसन्द नहीं

 | 

मिर्जापुर के पत्रकार पवन जायसवाल को पुलिस ने जेल में बन्द कर दिया क्योंकि उन्होंने 22 अगस्त को एक स्कूल के मिड डे मील में बच्चों को नमक–रोटी परोसने की खबर को छाप दिया था। प्रमाण के तौर पर उन्होंने वीडियो भी बना लिया। पर सरकार ने उन्हें उलटे धमकाना शुरू किया कि तुमने सरकार… आगे पढ़ें

सरकार, न्यायपालिका, सेना की आलोचना करना राजद्रोह नहीं

सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस दीपक गुप्ता ने अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में कहा कि हमें हमेशा सवाल करते रहना चाहिए तभी समाज का विकास होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय नागरिकों को सरकार की आलोचना करने का अधिकार है और इस तरह की आलोचना को राजद्रोह नहीं माना जा सकता है। बार एण्ड बैंच के… आगे पढ़ें

हांगकांग में प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ जनान्दोलन

 | 

हांगकांग में करीब तीन महीनों से आन्दोलन चल रहा है। आन्दोलन की वजह वहाँ की सरकार द्वारा लाया गया एक “प्रत्यर्पण विधेयक” है। इस विधेयक के कानून बनते ही चीन की सरकार को यह अधिकार मिल जायेगा कि वह हांगकांग में किसी को गिरफ्तार करके चीन में लाकर उस पर मुकदमा चला सकती… आगे पढ़ें

अवर्गीकृत

ज्ञान की इजारेदारी पर हमला

 | 

रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय मीडिया का मालिकाना 8 कम्पनियों के पास सबसे ज्यादा है। इससे साफ जाहिर होता है कि इन 8 मीडिया घरानों के मालिक अपनी इच्छानुसार जनता की राय को मोड़ सकते हैं। लेकिन यह बात सिर्फ न्यूज चैनल, अखबार या लोकप्रिय पत्रिका तक सीमित… आगे पढ़ें